बजट सत्र 2022-23 में भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश को अलग अलग सौगात दी । इसी सत्र में उन्होंने 2022 का भारतीय रेलवे बजट भी पेश किया , जिसमे उन्होंने रेलवे को बहुत सारी सौगात दी । इसमें उन्होंने घोषणा कि की अगले 3 सालों में देश में 400 नई वन्दे भारत ट्रेन चलाई जाएँगी । इसके साथ की उन्होंने बताया की भारतीय रेलवे की यात्रा को सुरक्षति बनाने के लिए कवच तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा ।
कवच तकनीक क्या है ?
कवच तकनीक एक एंटी-कोलिजन डिवाइस है , जो की दो ट्रेनों की टक्कर को रोकने में मदद करता है । उन्होंने बताया की सरकार कवच तकनीक को लागू करने के प्लान पर काम कर रही है । इससे लगभग 2000 किलोमीटर के रेलवे ट्रैक को सुरक्षित बनाया जाएगा , जिससे भारतीये रेलवे ज़्यादा सुरक्षित हो पायेगा । यह एक स्वदेशी तकनीक है , जिससे रेलवे की स्पीड भी बढ़ेगी और वह बेहद सुरक्षित भी हो पायेगा । यह तकनीक भारत को रेलवे यात्रा में जीरो एक्सीडेंट के गोल को प्राप्त करने में मददगार साबित होगा ।
कवच तकनीक काम कैसे करता है ?
कवच तकनीक ट्रेनों की टक्कर को रोकने में मदद करता है । कवच तकनीक इस तरह से काम करता है , की अगर कोई भी दो ट्रेन एक ही ट्रैक पर एक निश्चित दूरी में आमने सामने आ जाती है । तो कवच तकनीक की मदद से अपने आप ट्रेन में ब्रेक लग जाता है और ट्रेन टक्कर होने से पहले रुक जाती है । इसके साथ ही यदि इसमें ट्रेन में कोई मैन्युअल एरर भी आ जाता है तो ट्रेन में अपने आप ब्रेक लग जाता है ।
कवच तकनीक में जीपीएस , माइक्रो प्रोसेसर और रेडियो कम्युनिकेशन का इस्तेमाल किया जाता है । इसके बाद कवच तकनीक को ट्रेन के ऊपर लगाया जाता है । फिर डिवाइस को उपग्रह की मदद से इनपुट प्राप्त होते है और सभी डिवाइस आपस में मॉडेम की मदद से कम्यूनिकेट करते है । जिसके बाद जैसे ही एक निश्चित दूरी के अन्दर एक ही ट्रैक पर दो ट्रेने आती है , तभी आटोमेटिक ब्रेक लग जाता है ।
कवच तकनीक के फायदे ?
कवच तकनीक के बहुत सारें फायदे :
- कवच तकनीक से रेलवे की स्पीड बढ़ेगी ।
- कवच तकनीक से रेलवे यात्रा ज़्यादा सुरक्षित हो पायेगी ।
- कवच तकनीक की गलत होने की गुंजाइश दस हज़ार साल में एक बार है ।
- कवच तकनीक इंसानी गलतियों से होने वाली दुर्घटना से भी बचाता है ।
मैं आशा करता हूँ , की इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको काफी कुछ नया सीखने को मिला होगा । इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको आपके सभी सवालों के जवाब मिल गए होंगे । यदि फिर भी आपके मन में कोई सवाल या सुझाव रह जाता है , तो आप हमें नीचे कमेंट करके बता सकते है ।
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अगर दो ट्रेन एक ही स्टेशन पर आमने सामने से आ रही है अलग अलग ट्रेक पर तो तब भी ब्रेक लग जाएगा । इससे तो परेशानी खड़ी हो जाएगी । दूसरी बात अगर एक प्लेटफार्म पर खड़ी और पीछे दूसरी आकर खड़ी हो गयी ताकि कुछ देर बाद उसी ट्रेक से अपने गंतव्य के लिए तो क्या दोनों ट्रेनों के ब्रेक जाम हो जाएंगे ।
अगर दो ट्रेन एक ही स्टेशन पर अलग अलग ट्रैक पर आमने सामने आ रही है , तो ब्रेक नही लगेगा । क्यूंकि दोनों अलग अलग ट्रैक पर है , और दोनों आपस में नही टकराएंगी । दूसरी बात अगर एक प्लेटफार्म पर खड़ी है और दूसरी पीछे से आकर खड़ी हो गयी है तो उसके ब्रेक जाम नही होंगे , क्यूंकि उसका मैन्युअल कण्ट्रोल ड्राईवर के पास रहेगा ।